छलिया है बो नटखट नंद का लाला मेरे घर पधारा है आज मुरली बाला मोहिनी है मूरत सांबली सी सूरत जग का है बो उजाला मेरे घर पधारा है आज मुरली बाला राधा है जिसके दिल की रानी मीरा और रुकमणी भी है जिसकी दीवानी मोर मुकुट बाला यशोमती मां का दुलारा मेरे घर पधारा है आज मुरली बाला ©Shayar Abhiraaj Kashyap #Happy_Janmashtami #janmaashtami