दिया संग ये जिया जले है क्यूँ तुम इसे जलाते हो, दूर दूर बस दूर रहो तुम, क्यूँ अरमान जगाते हो, इंतजार दिन रात करूँ मैं नैन जगे दिन रात पिया, आज बता दो बोलो तुम क्यूँ इतना मुझे सताते हो। 15/9/2017 ©SHANU KI सरगम दिया संग जिया #PoetInYou