यूं ना गुज़रा करो सामने से, परस्तिश में खलल पड़ता है। तुम्हारा चेहरा देखकर, तुमको पूजने का मन करता है। मासूम निगाहें और पोशीदा बदन, हमें बड़ा तंग करता है। यूं ना नुमाइश - ए -रानाई किया करो, देखने वालो के दिलों में बल पड़ता है। कहता है यायावर , सुनो ए दुनियावालों, नाकाम मोहब्बत के फसानों में, एक रंज छुपा करता है। ©S ANSHUL'यायावर' पोशीदा