Unsplash सुनो, प्रेम की ऊंचाईयों से प्रेम की गहराई देख रहा हूँ सही समझ रहे हो तुम.... मैं बस, तुम्हें ही सोच रहा हूँ .....!! ©हिमांशु Kulshreshtha सुनो..