तिश्नगी में भी तेरा ही ध्यान आये तू नहीं है मेरी हवाओं से ये बयान आये बेख़याली में भी तेरा ही ख़याल आये क्यूं तुझे मेरा होना नहीं ये सवाल आये... .... Written in parallel with song bekhayali.. बेख़याली में भी तेरा ही ख़याल आये क्यूं तुझे मेरा होना नहीं ये सवाल आये थी तुम ज़िंदगी में खुशियां बेशुमार थी हिस्से में मेरे ये तन्हाईयां भी बेमिसाल आये