हारना नहीं देखने को तो, वक्त,मौसम और जज़्बात बदलते देखा है, पर सच कहूं, तो सबसे ज्यादा इंसान बदलते देखा है। ©Nritya Gopal People change nowadays, more than anything else. #poetry#thoughts#inspirations#motivations