इनकार हैं मुझे समाज की उन कुरितियों से, जो मुझसे मेरा होने का हक छीने। उस पर भी की जाती है उम्मीदें मुझसे, भूल कर सब कुछ ..लगूँ ज़िन्दगी फिर से जीने 'किरन' इनकार #इनकार