Nojoto: Largest Storytelling Platform

अब तो बस इंसाफ़ होगा (अनुशीर्षक में पढ़ें) शुरुआ

अब तो बस इंसाफ़ होगा 

(अनुशीर्षक में पढ़ें) शुरुआती आवंटित पंक्ति  - जनता ने अब बहुत सुन लिया
आवंटित समापन वाक्यांश  - अब तो बस इंसाफ़ होगा 

अब तो बस इंसाफ़ होगा 

जनता ने अब बहुत सुन लिया,
तुमने तो झूठ बोलने का बीड़ा ही उठा लिया 
सच सुनना है अब जनता को,
अब तो बस इंसाफ़ होगा 

(अनुशीर्षक में पढ़ें) शुरुआती आवंटित पंक्ति  - जनता ने अब बहुत सुन लिया
आवंटित समापन वाक्यांश  - अब तो बस इंसाफ़ होगा 

अब तो बस इंसाफ़ होगा 

जनता ने अब बहुत सुन लिया,
तुमने तो झूठ बोलने का बीड़ा ही उठा लिया 
सच सुनना है अब जनता को,
poonamsuyal2290

Poonam Suyal

Bronze Star
Growing Creator