फिर एक बार हमने वही बात की किसी और की हसी के लिए खुदकी नाराज़गी छुपाली, अब हम भी नहीं जानते कि कहा से यह हुनर पाया है हमने खुद रोके औरो को हसाया है, किसी और को हसने की वजह दे इतने बड़े नहीं है हम पर किसी और के आसू पोछ ना सके इतने छोटे भी नहीं है हम... #harshrwriting #writetoexplore Spread smile feel happy