Nojoto: Largest Storytelling Platform

रात की तकदीर में, कभी मिलन तो कभी जुदाई है। तेरी

 रात की तकदीर में,
कभी मिलन तो कभी जुदाई है।
तेरी यादों में लिपटी हुई,
बस ये तन्हाई है।
तेरी खुशबू जहन में ,
और तस्वीर मेरी आंखों में समाई है।
तेरे संग गुजारे लम्हों की,
अब केवल परछाई है।

रश्मि वत्स।

©Rashmi Vats
  #रातकाअफ़साना #जुदाई#परछाई