जिन्दगी भर का साथ ना मिला तो क्या हाथों मे हाथ ना मिला तो क्या। हम चलते रहे उन अन्जान राहों पर न मिलने वाली मन्जिलो की तरह मोहब्बत का एक लम्हा ही काफी है जिन्दगी गुजर जाने के लिए। मोहब्बत का एक लम्हा