खुदा से ना मांगा कुछ ना कोई शिकायत थी ना किसी से कोई आस ना किसी से मोहब्बत थी हाजी अली के दर पहली मुराद की जूर्रत थी दुआ के बाद जब आँखें खुली सामने तेरी सूरत थी Love by Chance Part-1