खोल दो इन खिड़कियों को, ये जो तूफान उठा है, इसे जरा अंदर तो आने दो बडी तकलीफ है इस जमाने को हमसे चोट देकर ही सही, इसे भी थोडा मुस्कुराने दो जितने भी सारे जालिम है ना यहाँ कल अपनी ही अर्थी वो खुद सजानेवाले है बस उनके महोल्ले में हमें एक घर तो बनाने दो #NojotoQuote #Nojoto