Nojoto: Largest Storytelling Platform

जो मुहब्बते ऐ जाहिर जुबाने भी न करे वो अकसर मुहब्

जो मुहब्बते ऐ जाहिर जुबाने भी न करे 
वो अकसर मुहब्बते खामोशी में बयां की जाती हैं
जो मुहब्बते ऐ जाहिर जुबाने भी न करे 
वो अकसर मुहब्बते खामोशी में बयां की जाती हैं