बेटी मंजिल दूर नहीं और सफर भी शुरू है, छोटी सी जिंदगी का फिकर भी बहुत है, वह एक न्यायालय हे जहाँ सारे गुनाह माफ है, पापा का माफ़ी और दुवाओ का असर भी बहुत है! ©Shilpa Upadhyay #happybirthdaypapa