अथाह उम्र गुजार दी उसने सुकून की तलाश में, वो चैन उसमें यूं बसा था ज्यों गुण पुष्प पलाश में। ... अविनाशा इंसान कहाँ नहीं जाता, क्या नहीं करता #सुकून की #तलाश में? #collab #yqdidi .... पढ़ें हिंदी साहित्य की बेहतरीन रचनाएँ। फ़ॉलो करें YQ Sahitya #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi