कभी सहेली है तो कभी पहेली, कभी आह तो कभी वाह, कभी जीना है तो कभी बिन बात मरना, कभी जिंदादिली है तो कभी कठपुतली, मानो तो हसीन ख़्वाब ना मानो तो हाथ से फिसलती रेत। OPEN FOR COLLAB✨ #ATज़िन्दगीक्याहै • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ♥️ 🌹 CHECK OUT OUR PINNED POST! 🌹 Collab with your thoughtful words.✨ (From #ATcompletetheconvo)