White भरोसा साँसों पर नहीं मोतबर किसे कहूँ किसे कहूँ पराया किसे रहबर कहूँ मिला नहीं वो जिसकी तलाश मे था दिल क्यूँ न इस जिन्दगी को मैं दरबदर कहूँ दिल यकीन कर भी ले हकीकत कुछ और थी किसे कहूँ आँखें अपनी किसे नजर कहूँ सब की अपनी दुनियाँ है सब है अपने मे गुम किस को है फिक्र किसे बेखबर कहूँ भीड़ मे भी तन्हा है हर कोई यहाँ कब मिलेगा वो जिसे अपने जैसा बशर कहूँ ©Ravikant Dushe #sad_quotes