क्या समझी वो तुम्हारे इशारो को क्या समझी वो तम्हारे इरादों को अपने अरमानों को नहीं जता पाएं ना इस बार भी उसे नहीं बता पाए ना उसे देख क्यों गुनगुनाते रहते हो जो क़रीब हो वो, क्यों मुस्कुराते रहते हो उसकी मुस्कान में अपनी ख़ुशी ढूंढ आएं ना इस बार भी उसे नहीं बता पाए ना तुम ख़्वाबों में कैसे जी लेते हो बिना जाने उसकी हां कैसे रह लेते हो उन अधूरे ख्वाबों को फिर अधूरा छोड़ आए ना इस बार भी उसे नहीं बता पाए ना अँधेरे में जुगनुओं से रौशनी कर लेते हो उसे ना देखो तो ठंडी आहें भी भर लेते हो फिर आज भी उससे मिले बिना ही लौट आये ना इस बार भी उसे नहीं बता पाए ना #NojotoQuote इस बार भी उसे नहीं बता पाए ना #nasiransh #nashad #love #onesided #respect #hesitation