कुछ छोटे से अल्फाज़ों में सिमट गई ये ज़िंदगी उनमें ही सफर पर चल पड़ी, बड़ी सी ये ज़िंदगी एक शब्द की चिंगारी, ज़िंदगी का सार बन गई इर्द गिर्द लिपटने लगी, उनमें ही ये ज़िंदगी केंद्र बिंदु भी वहीं है, अंतिम सिरा भी वहीं मगर दायरे में घूमती रही, छोटी सी ये ज़िंदगी... ©Swati kashyap #कुछ_अल्फाज़ ✍️💕