Nojoto: Largest Storytelling Platform

बिछड़ना कुदरत का नियम है । तो मिलाती ही क्यूं है।

बिछड़ना कुदरत का नियम है ।
तो मिलाती ही क्यूं है।

और मिलाती है तो ।
बात आगे बढ़ाती ही क्यूं है।

जब ख्वाब सजाती है आंखो में
तो नींद से जगाती ही क्यूं है।

मुहब्बत की मंजिल अगर बिछड़ना ही है।
तो दिल मैं ये एहसास जगाती ही क्यूं है।

बिछड़ना कुदरत का नियम है ।
तो मिलाती ही क्यूं है।

©the_poetry
  #Leave #NojotoWritingPrompt #Nojoto #SAD #लव #Poetry #kudrat #Ka #niyam #बिछड़ना  Anshu writer Riyashaikh peelu sajeev Mukesh Tomar aman6.1