किसी के आंखों से छलका तो तो किसी के आंखों में चढ़ सा गया किसी को खुश किया तो किसी को नाराज़ परिनाम सबका मिला किसी ने मेरे लिए फुल बिछाए तो किसी ने अंगारे लोगों का तपन भी सहा जलन भी सहा पर किसी से कभी कुछ ना कहा जैसा था मैं वैसा ही रहा मैं वैसा ही रहा #NojotoQuote मैं वैसा ही रहा