Unsplash एक ज़माना था जब दिलों की कीमत थी तब यह ज़िन्दगी कितनी खूबसूरत थी आराम से गुज़रते थे यह मोहब्बत के पल जब सांसों को सांसों की जरूरत थी हमारे जज़्बातों को अरमानों की राहत थी यह दूसरे से मिलने की आदत थी आज कल बस एक दूसरे के जिस्मो की भूख हैं ज़रा सोचो कितना सुन्दर होता होगा वोह मंज़र जब एक औरत अपने आदमी की किस्मत थी हम सबमें कुछ कर गुजरने की हिम्मत थी तब किसी की कामना भी ख़ुदा की इबादत थी आज कल रहता हूँ तन्हा हर रात अपने अल्फाज़ों के साथ एक ज़माना था जब हमको भी किसी से मोहब्बत थी गलियों में घूमते थे हम सब एक हो कर साथ उठते थे एक ही चादर में सो कर आज कल सब बेईमान हो गए , अपनी नज़रों में खुद भगवान् हो गए एक ज़माना था जब इंसान को पैसों की , इंसान की चाहत थी 🩷🩷🩷🩷🩷🩷🩷🩷🩷🩷🩷🩷🩷🩷🩷🩷🩷🩷🩷🩷 🫶🫶🫶🫶🫶🫶🫶🫶🫶🫶🫶🫶🫶🫶🫶🫶🫶🫶🫶🫶 ©Sethi Ji 💝💝 एक ज़माना , एक दीवाना 💝💝 #camping #Sethiji #19march #Trending #Zindagi #nojotohindi