मैं ज़िंदगी हूँ नवजात शिशु की मुस्कान, नव नूतन बचपन हूँ बिना किसी चिंता सा स्वच्छंद पंछी हूँ सारी जमीं मेरी और सारा आसमाँ मेरा है समुंदर जल में गोते लगाती मछली हूँ और गंदगी में खिला कमल हूँ मैं जिंदगी हूँ हवा सी स्वतन्त्र हूँ मुझपे किसी का कोई बंधन नही उमंग से भरा सपनो के आसमाँ में उड़ता निरंतर परिश्रम में मग्न यौवन भी मैं हूँ ऐसा नही की सब अच्छा है मुझमे में भी कमियाँ है अगर एक तरफ पुष्प की खुशबू हूँ दूसरी तरफ कड़वा सत्य यह है की बुराइयों की दुर्गंध भी मैं हूँ मेरी भी मंज़िल है बुढापे के बिस्तर पर पड़ी मजबूर भी मैं हूँ मौत मेरा अंत है!! मैं ज़िंदगी हूँ ---- धन्यवाद - कपिल देव मैं जिंदगी हूँ #Zindagi #Life #Life_experience #spark