तुम आये कहाँ सम्पूर्ण रूप में उससे पहले ही चले गये... सामने थे जब तब भी ओझल ही रहे कहती रही बहुत कुछ तुम बधिर बने रहे... क्या थी मैं क्या कर गये 'निर्झरा' को 'निर्झर' बना गये... 🌹 तुम आये कहाँ सम्पूर्ण रूप में उससे पहले ही चले गये... सामने थे जब तब भी ओझल ही रहे कहती रही बहुत कुछ तुम बधिर बने रहे...