कैसे कहूं मैं उनसे वो समझते ही नहीं ।। महताब ए आसमा है वो मेरे लेकिन वो समझते ही नहीं ।। आंखें है मेरी, उसमें रोशनी है वो लेकिन वो समझते ही नहीं ।। चला हूं जिस राह पर मै उस राह पर मंजिल है वो मेरी लेकिन वो समझते ही नहीं ।। जब नही दीदार होता हैं उनका अजीब सी पीड़ा होती है मुझे लेकिन वो समझते ही नहीं ।। सारे जहां की खुशियां दे दूं उन्हें कोशिश ए जिंदगी बस ये ही है मेरी लेकिन वो समझते ही नहीं ।। -King's लेकिन वो है की मानते ही नहीं.. #yqdidi #yqquotes #yqdada #yqhindi #yourquote #love #ankit_goutam