भागवत् गीता की कुछ पंक्तीया ये ज़रूरी नहीं तुम मेरी ( कृष्ण ) ही पूजा करो, यदि कोई और तुम्हारा आराध्य है/ जिसकी भी तुम पूजा करते हो मैं तुम्हारा विश्वास उसमें दृड़ कर देता हूँ। 🙏🙏🙏 #गीता