गुरु गोबिंद दो खड़े काके लागू पाय! बलिहारी गुरु आप पे गोविंद दिया मिलाय!! माटी कहें कुम्हार से तु क्यों रोन्दे मोहे! एक दिन ऐसा आयेगा मैं रोंदूगी तोहे!! चलती चक्की देख के दिया कबीरा रोय! दाना दाना पिस गया साबुत बचा ना कोए!! ©DK BABA513 कबीर के दोहे 🙏🙏🙏 #KabirJayanti