जाओ तुम ढूंढ लो हमसफ़र अपना हम तुम्हें आज़ाद करते है कर लो अपनी हदों को पार करके मुहब्बत अब मुहब्बत को और न बदनाम करो हो जाएं ख्वाहिशें पूरी तुम्हारी तो इक दफा यादों में हमे भी याद कर लेना मिल जाए कभी फुर्सत तुम्हें तुम्हारी नादानियों से तो गैर की हो तरह हमसे भी मुलाकात कर लेना ©Manish Manzar #holdmyhand account deleted Rohit Kumar Gupta Sukhwinder Kumar abdol LoNEly Boy