ज्वालामुखी के मुंह मे हाथ डाल कर जो बर्फ का टुकड़ा तोते ने निकाला था वो बर्फ उत्तरी ध्रुव की गर्मी में कुछ यूं पिघला कि चंद्रमा पे बाढ़ आ गई बाढ़ में बेघर हुई मछलियां आंदोलन पर बैठी हैं उनकी मांग है कि कंगारुओं की सरकार चम्मच में समंदर को भर समंदर की आग ज्वालामुखी में उड़ेल दे ताकि मछलियों को दो वक्त की शराब मिल सके । प्रेम और सांख्य का अनूठा मिलन तो यही है कि अपनी प्रेमिका के टकले पर लोगों को नवग्रह दिखने लगता है सुना है कि शनि ग्रह ने सात समंदरों से सगाई कर ली है समंदरों के पुराने आशिक नालियों में जन्मे मच्छर क्रोध में पागल होकर अब चमगादड़ों का लहू पी रहे हैं क्या सोच रहे हैं आप कि मैं क्या बकवास कर रहा हूँ ये प्रतीक किधर इशारा कर रहे हैं किधर भी नही प्रभु सारी बातें बेतुकी हैं इनमें अर्थ ढूंढना अनर्थ होगा कोई अर्थ नही इनका ठीक वैसे ही जैसे कोई अर्थ नही सरकारी वादों का संविधान का आपके न्याय बुद्धि का आपकी प्रथाओं का आपके धर्म जाति और समाज का आपके राष्ट्रप्रेम का पाप-पुण्य की आपकी अवधारणाओं का दर्शन की तमाम पोथियों का आपके जीवन का जीवन के प्रति मोह का पर फिर भी आप ज़िंदा हैं और ज़िन्दगी के बकवास को निभाये जा रहे हैं तो मैं क्यों नही कर सकता बकवास ©Manaswin Manu #nojotohindi #emptiness #bakwaas #meaningless #Manaswin_Manu