#MessageOfTheDay त्याग करना तो उस माली से सीखो... बरसों से सीचें गुलाब को, किसी और के हाथों में देना क्या होता है। उस गुलाब से सीखो... जो खुद की डाली से टूट कर, किसी और का घर सजाना क्या होता है। शब्दार्थ माली-पिता, गुलाब-लड़की, डाली-मायका, घर-ससुराल ©Vivek Singh #Messageoftheday त्याग करना तो उस माली से सीखो... बरसों से सीचें #गुलाब को, किसी और के #हाथों में देना क्या होता है। उस गुलाब से सीखो... जो खुद की डाली से #टूट कर, किसी और का घर सजना क्या होता है।