जीने की आरजू शेष न थी। तुम आए तो चाह जगी जीने की वरना तो जिन्दगी मौत से भी बदतर थी।। जाना न कभी भी छोड़कर मुझे जीने का सलिका मुझे सीखानेवाले जाने कब से तेरी ही जरूरत थी। तेरी ही राह ये नजरें तक रही थी। #तु आया तो जीना आया मुझे