रेत पर लिखे मेरी शायरी नहीं l जो समंदर की लहरों से मिट जाए मेरी शायरी बारिश की बरसती बूंद नहीं l जो बरस के थम जाए मेरी शायरी कोई किताब नहीं l जिसे पढ़कर भुला दिया जाए मेरी शायरी हवा का झोंका नहीं l जो आया और गुजर जाए मेरी शायरी कोई चांद नहीं l जो रात के बाद ढल जाए मेरी शायरी वह आग है जो जलती रहेगी l और उफ तक नहीं करेगी मेरी शायरी के मिटने का सवाल ही नहीं l क्योंकि मेरी शायरी "मोहब्बत है किसी शायर की किताब नहीं #आने_वाला_पल