ज़िन्दगी हो या शतरंज, अवसर सबको मिलता हैं। समय सबका आता हैं.. कोई चाल चल जाता हैं, तो कोई बर्दाश्त कर जाता हैं। OPEN FOR COLLAB ✨ #ATज़िन्दगीशतरंज • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ♥️ Here's a special prompt on International Chess Day. Collab with your soulful words.✨ Transliteration: Zindagi ho ya shatrang