प्यासी धरती पर सावन की बारिश हो जैसे मन मचलता हर क्षण नन्हा बालक हो जैसे प्रिय का संग मानो कोई खिलौना हो जैसे दिन-रात की बेचैनी जल बिन मछली जैसे हम दोनों थे विह्वल चकवा और चकवी जैसे 🌹 #yosimwrimo का पहला simile #collab #प्यारकाएहसास #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi