पुछे अगर मुझसे कोई मेरे जिने का सलिका तो पाकिज-ए-मोहब्बत से आफताब लिख दुं, जाने अनजाने में गजलें तमाम लिख दुंं., अगर कहीं होङ हुई मोहब्बत एक शब्द में लिखने की तो इन अश्कों से, इत्र सा महकता तेरा नाम लिख दुं।। #when_tears_describes_you_the_best... #memories