जिंदा तो है... हम दूर है, तो पास क्यू नही। हममे जान है, तो सास क्यू नही। सोचा है साथ जिएंगे दोनो उम्रभर, उम्र तो है, मिलने की आस क्यू नही। बसेरा तो नजदीक से ही गुजरता है हमारा, फिर भी अंजान है, तो खास क्यू नही। ये खुदा जल रहे विरहा कि धूप मे हम दोनो, वहा पाणी तो है, पर प्यास क्यू नही। कवीराज ९०२१०३४९१७. जिंदा तो है...