कहीं झूठ तो कहीं सच की बोली है सच नहीं यह तो एक ठिठोली है तुम्हारे चेहरे पर रंगों की रंगोली है मेरे संग बोलो ना होली है भई होली है कहीं बंदूक तो कहीं गोली है उनके लबों से जो निकली वो बोली है हर शहर हर गांव में चढ़ती रंगों में पिचकारी है गली गली के चौबारे पर लगती लोगों की टोली है मेरे संग बोलो ना होली है भई होली है धूप धूप में छांह छांह में बनती भांग की गोली है गुजिया पापड़ चिप्स की थाली हमने भर-भर के खाली है हर हाथ में अबीर लिए बड़ों का पैर छू लिए हमने अपने दोस्तों से गले मिलकर खेली होली है मेरे संग बोलो ना होली है भई होली है ©Anuj Kushwaha Holi hai bhai holi hai . इसका का वीडियो देखना चाहते हैं तो link per click kre https://youtu.be/kEB9t9r-Ff8 #holi2021