सुन! तू अपना ध्यान रखा कर तुझे जुक़ाम होता है छींक मुझे आतीं हैं मुझे नज़ला होता है नज़र तुझे लग जाती है भले तुम कहती नहीं मुझसे लेकिन तन्हाई में डूबी हवा सब कह जाती है। I love you simply Without any pride & problem माना कि हम अभी मिल नहीं पाते कभी साथ में किसी हिल स्टेशन नहीं जाते किसी पेड़ के सहारे बैठकर हम दोनों दिल की तड़प मिटा नहीं पाते फ़िर भी जाने कैसे तेरी याद मुझे बहलाती है। Loving is not just looking each other It is looking in the same direction... सुन! तू अपना ध्यान रखा कर तुझे जुक़ाम होता है छींक मुझे आतीं हैं मुझे नज़ला होता है नज़र तुझे लग जाती है भले तुम कहती नहीं मुझसे लेकिन तन्हाई में डूबी हवा सब कह जाती है। I love you simply Without any pride & problem माना कि हम अभी मिल नहीं पाते