सब नजदीक से हो कर गुजर जाएगा इक दिन तुम्हारे अलावा कुछ ना रह जाएगा पास तुम्हारे इक दिन मलाल कर कब तलक बिताओगे उम्र युहीं वो देख फ़क़ीर राजा बन उलझें बाल सँवार लेगा इक दिन पाक मुहब्बत की ज़ुबां खामोश रहती नहीं ज्यादा दिन वो तुझे याद कर प्यार से पुकारा करेगी जरूर इक दिन सब कुछ राख हो अब किसको तलाशता रहता यूँ रातभर तेरे ख्वाब मुक्कमल होते वो साबुत नजर आयेगी इक दिन कुछ वक़्त के लिए ही है ये आँसू ये ख़ामोशी ये दर्द सारे हिज्र के उकता कर तुम खुद मुस्कुरा पड़ोगे बेहिसाब इक दिन पन्ने पलट पढ़ते हो तुम भी खूब मेरे अशआर, कामिल नींद में तुम्हें कुछ शेर गुनगुनाते सुना था इक दिन #kunalpoetry #yqbaba #talkingtomyself #gajal #kunu #restzone #dotch #lostyou