#उन्नाव चुप हैं बैठे सत्ता के लोभी अब तो ये मदहोश हुए। दिखता नही है इनको कुछ भी कैसा ये अहंकार हुआ। बेटी के संग ये क्या करते इनको न एहसास हुआ । इस बेटी ने अपराधी से टकराने के बदले जान गंवाई है। खोया अपनी जान आबरू खोया सब परिवार है । हर बेटी हैं सहमी हुई दुर्घटना कैसी अपार है। सत्ता में चूर चिरकुट ने हिम्मत कैसी दिखलाई है। चुप बैठे सत्ता के लोभी चुप बैठी आडम्बरी माई है। इक बेटी का दर्द न जाना मूव हुए सत्ता मद में । बहना का क्या हाल किया इन जल्लादों ने जग में । चुप हैं बैठे सत्ता के लोभी अब तो ये मदहोश हुए। दिखता नही है इनको कुछ भी कैसा ये अहंकार हुआ। इतनो से भी न माने जान ले लिया इन हत्यारों ने । एसी क्या गलती थी बहना की दुनिया से है विदा लिया । पत्थर दिल ढोंगी क्रूर बन कैसे है बिटिया की जान लिया चुप हैं बैठे सत्ता के लोभी अब तो ये मदहोश हुए। दिखता नही है इनको कुछ भी कैसा ये अहंकार हुआ। @SARGAM_SUBHASH_CHANDRA_BAGHEL NAIMISHARANYA MISRIT TIRTH SITAPUR U.P. चुप हैं बैठे सत्ता के लोभी अब तो ये मदहोश हुए। दिखता नही है इनको कुछ भी कैसा ये अहंकार हुआ। बेटी के संग ये क्या करते इनको न एहसास हुआ । इस बेटी ने अपराधी से टकराने के बदले जान गंवाई है। खोया अपनी जान आबरू खोया सब परिवार है । हर बेटी हैं सहमी हुई दुर्घटना कैसी अपार है। सत्ता में चूर चिरकुट ने हिम्मत कैसी दिखलाई है। चुप बैठे सत्ता के लोभी चुप बैठी आडम्बरी माई है।