भटकते हुये मुसाफिर का तू बसेरा बन गया मेरी अंधेरी रातो का तू सबेरा बन गया मेरी जिंदगी में आया है तू कुछ इस कदर की जैसे कब्र में पड़ी लाश को सांसो का सहारा मिल गया..... Abhayraj..... ©Abhay raj lala #LostT love racks