जहां टूटते तारों से अपनी ख्वाहिशें बताई जाए, वहां तुम आसमान में एक तारे की कमी बताने में लगे हो... यहां लोग भरेंगे उड़ान तुम्हारे ही हाथों से, तुम अब उड़ते पंछी को पता जमीं की बताने में लगे हो... देख सब ही लगें हैं यहां एक के बाद एक के पीछे, वहां तुम बस किसी एक के जाने की नमी बताने में लगे हो... तू इससे ऊपर देख तो सही आसमान पे तारें हज़ार हैं, और यहां तुम हो कि किसी एक की कमी बताने में लगे हो... ©Yogesh_Raaj #hope #old #lover #SAD #Analysis #Childhood