ज़ुल्म चाहे जितना भी कर ले जालिम सर जब भी झुकेगा खुदा की बारगाह में झुकेगा हमारी बेबसी को तू मजबूरी ना समझ सर कटा देंगे हम मगर तेरे आगे नहीं झुकेगा तू जितना हमें काटेगा उतनी तेजी से फैलेंगे ज़ुल्म करने वाले के आगे सर कभी नहीं झुकेगा हमारी छोड़ तू अपनी दलील पेश कर जो हमसे मुहब्बत करेगा उसके लिए सर झुकेगा जालिम तू हमारी छोड़ अपने बारे में सोच मेरा अल्लाह इतना करीम है ये सर उसके लिए झुकेगा ज़ुल्म चाहे जितना भी कर ले जालिम सर जब भी झुकेगा खुदा की बारगाह में झुकेगा हमारी बेबसी को तू मजबूरी ना समझ सर कटा देंगे हम मगर तेरे आगे नहीं झुकेगा तू जितना हमें काटेगा उतनी तेजी से फैलेंगे ज़ुल्म करने वाले के आगे सर कभी नहीं झुकेगा