ये नया ज़माना मुश्किल है। हर दिन दोहराना मुश्किल है। कई रोज़ का आना-जाना है। घर में रह जाना मुश्किल है। मेले में खूब खिलौने हैं। पर दिल बहलाना मुश्किल है। यहां सबकी नज़रें एक सी है। तन ढक कर जाना मुश्किल है। जहां राम नाम पे लड़ते हो। वहां चुप हो जाना मुश्किल है। पहले खुद में बदलाव करो। सबको समझाना मुश्किल है। 'दीन' वो सब कुछ लिखते हैं। जो भी कह पाना मुश्किल है। ©kishan morya #gazal #Hindi #hindi_poem #Life