Nojoto: Largest Storytelling Platform

कभी तुम मेरी सुनो, कभी मैं तुम्हारी, बिन अहंकार के

कभी तुम मेरी सुनो, कभी मैं तुम्हारी,
बिन अहंकार के जाएं मसले सुलझ,
सनम इस कदर निभाना पूरी ज़िन्दगानी,
प्रेम से रहें संतुष्ट न कि उसमें ही उलझ।। 🥰🌸💕...लेखन संगी...💕🌸🥰
कभी तुम मेरी सुनो, कभी मैं तुम्हारी,
बिन अहंकार के जाएं मसले सुलझ,
सनम इस कदर निभाना पूरी ज़िन्दगानी,
प्रेम से रहें संतुष्ट न कि उसमें ही उलझ।। 🥰🌸💕...लेखन संगी...💕🌸🥰
sitalakshmi6065

Sita Prasad

Bronze Star
Growing Creator