क्यों मैं यू हिम्मत हार रही हु बार बार जीतने वालों ने भी दिल से हुंकार भरी होगी एक बार जंग मे उतरे होगे वो भी दिल मे थोड़ा सा डर लेकर डर और हिम्मत मे हिम्मत को सर्वोपरि रख कर कर गए होगे कोशिश बेशुमार क्यों मैं हिम्मत हार रही हू बार बार ©Swati Srivastava My poem #nizoto