तेरी पाजेब तेरे हुस्न की सादगी मेरा दिल चुराती है, तेरे लबों की ये हंँसी हमको लुभाती है। तेरे दीदार को तड़पता है दिल रात-दिन, कभी-कभी आँखों में नमी आ जाती है। सुनाई पड़ती है तेरी पाजेब की खनक, लगता है बस हमको ही पास बुलाती है। तेरे साथ ही चलना चाहता है दिल ताउम्र, आँखें तेरे लिए ही नए-नए सपने सजाती हैं। चाहत है तुझे ही अपना हमसफर बनाने की, खुदा से भी बस एक तेरी ही चाहत होती है। 6/10 /2021 #kkतेरीपाजेब #जन्मदिनकोराकाग़ज़ #kkजन्मदिनमहाप्रतियोगिता #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़