बड़ी शिद्दत से था इश्क किया वक्त बेवफ़ाई कर गया कुछ तो बुरे हालात थे कुछ उसका भी जी हमसे भर गया चार दिन की थी सब चाँदनी चार दिन में सब बदल गया सुबह की पहली रोशनी को अंधेरा फिर निगल गया देख कर मेरे सब्र को नसीब भी पिघल गया मेरा चाहनेवाला भी मेरे जाने के बाद बदल गया... ♥️ Challenge-699 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।