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शायद तुम नहीं जानते, मैं कितनी बार टूटा हूं, किती

शायद तुम नहीं जानते,
मैं कितनी बार टूटा हूं, किती बार बिखरा हूं।
हर किसी ने जरूरत पर रिश्ता जोड़ा है,
रिश्ता जोड़कर, तोड़ा है
टूटता हुआ हर रिश्ते ने मुझे भी तोड़ा है।
कभी फुर्सत मिले तो आना बतलाऊंगा तुझे।
दिल ने कितने दर्द झेले है ओर कितने अभी बाकी है। #tum
शायद तुम नहीं जानते,
मैं कितनी बार टूटा हूं, किती बार बिखरा हूं।
हर किसी ने जरूरत पर रिश्ता जोड़ा है,
रिश्ता जोड़कर, तोड़ा है
टूटता हुआ हर रिश्ते ने मुझे भी तोड़ा है।
कभी फुर्सत मिले तो आना बतलाऊंगा तुझे।
दिल ने कितने दर्द झेले है ओर कितने अभी बाकी है। #tum